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Digital Sanitiser- uvlen - फोटो : uvlen |
कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए इस वक्त पूरी दुनिया के डॉक्टर्स और वैज्ञानिक दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। कोई वैक्सीन बनाने में लगा है तो कोई संक्रमण को रोकने के लिए डिवाइस बना रहा है, लेकिन कोरोना रुकने का नाम नहीं ले रहा है। फिलहाल संक्रमण से बचने के लिए सैनिटाइजर, साबुन से हाथ धोना और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे तरीके कारगर हो रहे हैं। इसी कड़ी में वैज्ञानिकों ने एक डिजिटल सैनिटाइजर तैयार किया है जिसे लेकर दावा है कि स्मार्टफोन की फ्लैश लाइट से कोरोना जैसे वायरस और बैक्टीरिया मारे जा सकते हैं। आइए जानते हैं इस डिजिटल सैनिटाइजर के बारे में विस्तार से.
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Digital Sanitiser- uvlen - फोटो : uvlen |
इस खास डिवाइस का नाम UVLEN है जिसे दक्षिण कोरिया की एक कंपनी (UVLEN) ने तैयार किया है। इस डिवाइस की मदद से स्मार्टफोन की फ्लैश लाइट के जरिए बैक्टीरिया को मारने का दावा है। यह डिवाइस फोन की फ्लैश लाइट को अल्ट्रा वॉयलेट लाइट में बदलती है। बता दें कि सूक्ष्म वायरस को मारने के लिए अल्ट्रा वॉयलेट का इस्तेमाल होता है।
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Digital Sanitiser- uvlen - फोटो : uvlen |
इस डिवाइस में एक क्लिप है जिसकी मदद से इसे फोन के पीछे फ्लैश लाइट पर लगाना होगा। इसके बाद फ्लैश लाइट को ऑन करके किसी सतह पर 10 सेकेंड के लिए फोकस करना होगा। इस डिवाइस को फिलहाल बाजार में पेश नहीं किया गया है लेकिन इसकी लॉन्चिंग जल्द ही होने वाली है।
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Digital Sanitiser- uvlen - फोटो : uvlen |
UVLEN की कीमत 25 डॉलर्स यानी करीब 1,887 रुपये होगी, हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि अल्ट्रा वॉयलेट लाइट से त्वचा रोग हो सकता है और आंखें खराब हो सकती हैं लेकिन 207 से 222 नैनोमीटर वेवलेंथ की अल्ट्रा वॉयलेट लाइट से कोई नुकसान नहीं है।
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Digital Sanitiser- uvlen - फोटो : uvlen |
UVLEN को लेकर कंपनी का दावा है कि यह डिवाइस 100 फीसदी वायरस मारने में सक्षम है। कंपनी ने यह भी कहा है कि UVLEN क्लिनिकली प्रमाणित है और यह परीक्षण में सफल हुआ है। यह प्रति दिन 50 बार हाथों को वायरस मुक्त कर सकता है। इस डिवाइस का इस्तेमाल किसी भी स्मार्टफोन के साथ हो सकता है।
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